Miniature Painting

Miniature elements in modern Indian art

Miniature elements in modern Indian art

Miniature is a beautiful step of medieval Indian painting. The paintings that started first on palm leaf books and then on paper have colourfulness ...

Architectural Backgrounds in Indian Miniature Art Style

Architectural Backgrounds in Indian Miniature Art Style

Explore the beauty of architectural backgrounds in Indian miniature art style, their historical significance, techniques, and influence on modern design. Introduction Indian miniature art ...

सजावटी चित्रकला

सजावटी चित्रकला | Decorative Arts

भारतीयों की कलात्मक अभिव्यक्ति केवल कैनवास या कागज पर चित्रकारी करने तक ही सीमित नहीं है। घरों की दीवारों पर सजावटी चित्रकारी ग्रामीण इलाकों ...

मिथिला चित्रकला

मिथिला चित्रकला | मधुबनी कला  | Mithila Painting

मिथिला चित्रकला, जिसे मधुबनी लोक कला के रूप में भी जाना जाता है. बिहार के मिथिला क्षेत्र की पारंपरिक कला है। यह गाँव की महिलाओं द्वारा निर्मित ...

मध्यकालीन भारत में चित्रकला

मध्यकालीन भारत में चित्रकला | Painting in Medieval India

दिल्ली में सल्तनत काल की अवधि के दौरान शाही महलों, शयनकक्षों और मसजिदों से भित्ति चित्रों के साक्ष्य मिले हैं। ये मुख्य रूप से ...

राजस्थानी चित्र शैली की विशेषतायें 

राजस्थानी चित्र शैली की विशेषतायें  | Rajasthani Painting Style

राजस्थान एक वृहद क्षेत्र है जो “अवोड ऑफ प्रिंसेज” माना जाता है इसके पश्चिम में बीकानेर, दक्षिण में बूँदी, कोटा तथा उदयपुर उत्तर में जयपुर तथा ...

पाल शैली

पाल शैली | पाल चित्रकला शैली क्या है?

नेपाल की चित्रकला में पहले तो पश्चिम भारत की शैली का प्रभाव बना रहा और बाद में उसका स्थान इस नव-निर्मित पूर्वीय शैली ने ले लिया नवम् शताब्दी में जिस नयी शैली का आविर्भाव हुआ था उसके प्रायः सभी चित्रों का सम्बन्ध पाल वंशीय राजाओं से था। अतः इसको पाल शैली के नाम से अभिहित करना अधिक उपयुक्त समझा गया।"

मुगल शैली का विकास

मुगल शैली | मुग़ल काल में चित्रकला और वास्तुकला का विकास | Development of painting and architecture during the Mughal period

मुगल चित्रकला को भारत की ही नहीं वरन् एशिया की कला में स्वतन्त्र और महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह शैली ईरान की कला परम्परा से उत्पन्न होकर भी ईरानी शैली नहीं रही। इस पर यूरोपीय तथा चीनी प्रभाव भी पड़े हैं। इस शैली पर भारतीय रंग योजनाओं तथा वातावरण का प्रभाव पड़ा है।

‘काँगड़ा’ चित्र-शैली की विषयवस्तु तथा विशेषतायें

‘काँगड़ा’ चित्र-शैली की विषयवस्तु तथा विशेषतायें  

‘काँगड़ा’ चित्र-शैली का परिचय बाह्य रूप से समस्त पहाड़ी कला ‘काँगड़ा’ के नाम से अभिहित की जाती है जिसका कारण यहाँ के राजाओं का ...

मेवाड़ चित्रशैली

मेवाड़ चित्रशैली की विषय-वस्तु तथा विशेषतायें

मेवाड़ शैली राजस्थान के अन्य क्षेत्रों के समान मेवाड़ भी अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रख्यात है। यहाँ के ऊँचे नीचे टीले, विशाल मैदान, ...