बम्बई आर्ट सोसाइटी | Bombay Art Society

admin

भारत में पश्चिमी कला के प्रोत्साहन के लिए अंग्रेजों ने बम्बई में सन् 1888 ई० में एक आर्ट सोसाइटी की स्थापना की। श्री फोरेस्ट इसके संस्थापक सचिव थे जो कि 1891 तक इस पद पर रहे। 

इस सोसाइटी का मुख्य कार्य भारत में फैले हुए यूरोपियन शौकिया कलाकारों के कार्य को प्रकाश में लाना था। इस सोसाइटी ने अपनी कला प्रदर्शनियों के द्वारा प्राय: अंग्रेजी शासन और अंग्रेजी सेना के अधिकारियों को ही पुरस्कृत किया। यह प्रवृत्ति 1924-25 ई० तक चलती रही। 

आरम्भ में तो केवल अंग्रेज जाति के कलाकारों को ही प्रोत्साहन दिया जाता था पर बाद में कला-विद्यालयों के छात्रों को भी प्रोत्साहित किया जाने लगा। यहाँ घटिया यूरोपीय चित्रकार, यहाँ तक कि कम्पनी-शैली में काम करने वाले भी अच्छे इनाम पा जाते थे। 

आरम्भिक आधुनिक भारतीय चित्रकारों में पुरस्कार पाने वालों में से कुछ हैं-धुरन्धर, रुस्तम सिसौदिया. एस०डी० सातवलेकर, अबलाल रहमान, रवि शंकर रावल, पेस्टनजी बोमनजी, बाबूराव (मिस्त्री) पेण्टर, जे० एम० अहिवासी, एम० आर० अचरेकर, एन० एन० हलदंकर के० बी० चूडेकर, आर० डी० धोपेश्वरकर तथा ए० ए० भौंसले ।

Leave a Comment