कला की ये परिभाषाएं क्या आपको पता हैं ?

“मानव की कल्पना द्वारा निर्मित अद्भुत रचना जो सबको चकित कर दे कला है।”

कला भावों की उस अभिव्यक्ति को कहते हैं , जो तीव्रता से मानव हृदय को स्पर्श कर सके।

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“समतल परातल पर तीन ठोस ज्यामितिक आकृति का अनुकरण कला है।” -प्लेटो

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कला एक व्यक्ति की रचनात्मक इच्छा की सुन्दर अभिव्यक्ति है । यह कल्पना की रचनात्मक प्रक्रिया के द्वारा हमें प्राप्त होती है ।             - कलिंगवुड

“एक तल पर चाहे वह सम हो या असम, पानी, तेल या सूखे रंगों में से एक अथवा एक से अधिक रंगों से आलेखन करके आकृति में लम्बाई चौढ़ाई मोटाई दर्शाने को कला कहते हैं।”- रायकृष्ण दास

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“कला कल्पनात्मक जीव की अनुभूति है।"

संगीत की भावना पर जो आधारित तो वह कला है। -स्कोपन डीवर

कला हमारी भावनाओं की अभिव्यक्ति है। -टालस्टाय

“जीवन के प्रत्येक अंगों को नियमित रूप से निर्मित करने को ही कला कहते हैं।”

एक विद्वान ने कला की परिभाषा इस प्रकार दी है- “कला जीवित रखने के लिए ही है।”

इसी तरह की कला से जुडी जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट पर भी जा सकते है.